What Does shiv chalisa lyricsl Mean?
What Does shiv chalisa lyricsl Mean?
Blog Article
सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥
करत सदा शत्रुन क्षयकारी ॥ नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे ।
अर्थ: हे प्रभु जब क्षीर सागर के मंथन में विष से भरा घड़ा निकला तो समस्त देवता व दैत्य भय से कांपने लगे (पौराणिक कथाओं के अनुसार सागर मंथन से निकला यह विष इतना खतरनाक था कि उसकी एक बूंद भी ब्रह्मांड के लिए विनाशकारी थी) आपने ही सब पर मेहर बरसाते हुए इस विष को अपने कंठ में धारण किया जिससे आपका नाम नीलकंठ हुआ।
सागर मध्य कमल हैं जैसे ॥ कार्तिक श्याम और गणराऊ ।
भजन: शिव शंकर को जिसने पूजा उसका ही उद्धार हुआ
लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥ आप जलंधर असुर संहारा ।
जरत सुरासुर भए विहाला ॥ कीन्ही shiv chalisa lyricsl दया तहं करी सहाई ।
O Lord, Each time the Deities humbly sought shiv chalisa in hindi your guidance, you kindly and graciously uprooted all their Difficulties. You blessed the Deities using your generous support once the Demon Tarak outraged them and also Shiv chaisa you ruined him.
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
श्रीरामचरितमानस धर्म संग्रह धर्म-संसार एकादशी