Fascination About shiv chalisa in hindi
Fascination About shiv chalisa in hindi
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एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
Victory for the husband of Girija, the compassionate Lord. He always guards and nurtures his devotees and youngsters. Having a crescent moon adorning his forehead, And earrings product of snakes’ hoods.
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
ताके तन नहीं रहै कलेशा ॥ धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे ।
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥ आप जलंधर असुर संहारा ।
जरत सुरासुर भए विहाला ॥ कीन्ही दया तहं करी सहाई ।
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
कभी-कभी भक्ति करने को मन नहीं करता? - प्रेरक कहानी
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥
पाठ पूरा हो जाने पर कलश का जल सारे घर में छिड़क दें।
जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब more info के घटवासी॥